छात्र ऋण (Student Loan India) आपकी शिक्षा की यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है। बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे संस्थाएँ छात्रों को अधिकतम ₹1 करोड़ (भारत) और ₹3 करोड़ (विदेश) तक के ऋण प्रदान करते हैं।
ये ऋण 15 साल की अधिकतम अवधि पर उपलब्ध हैं। ब्याज दरें +3.75% से शुरू होती हैं। छात्रों को 80(E के तहत दायित्वधारकों के लिए टैक्स छूट का लाभ मिलता है।
बैंक ऑफ बड़ौदा की योजनाओं में निशायदी ऋण, निर्मित संस्थाओं के लिए शून्य मार्गिन, और 3 महीने के बैंक स्टेटमेंट की मांग शामिल हैं।
हम आपको छात्र ऋण के प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। इसमें ब्याज दरों, लागत की गणना, और आवेदन के विवरण शामिल हैं।
छात्र ऋण क्या है और यह कैसे काम करता है

छात्र ऋण की व्याख्या करने से पहले, यह जानना महत्वपूर्ण है कि छात्र ऋण शैक्षणिक खर्चों को पूरा करने में मदद करता है। इसमें फीस, किताबें, यात्रा और अन्य आवश्यक खर्च शामिल हैं।
छात्र ऋण की मूल अवधारणा
छात्र ऋण स्थायी बैंक, प्राइवेट कंपनियों और सरकारी योजनाओं से प्राप्त किया जा सकता है। हीरो फिनकॉर्प जैसी कंपनियों के माध्यम से आवेदन करना आसान है। ऋण की राशि 10 लाख तक हो सकती है और इसमें सब्सिडी भी शामिल है।
भारत में छात्र ऋण का इतिहास
भारत में छात्र ऋण का विकास 1980 के दशक से शुरू हुआ। बढ़ती गैर-बैंकिंग कंपनियों के कारण अब अधिक विकल्प उपलब्ध हैं।
छात्र ऋण और अन्य वित्तपोषण के अंतर
विभाग | छात्र ऋण | अनुदान/छात्रवृत्ति |
---|---|---|
रूप | ऋण (रुपये उधार) | मुफ्त समर्थन (बिना चुकौती) |
अवसर | सभी श्रेणियों के लिए | अनुबंधित कौशल या प्रदर्शन पर निर्भर |
छात्रों को सबसे पहले छात्रवृत्तियाँ ढूँढनी चाहिए। फिर, ऋण का विकल्प लेना उचित होगा। अच्छा क्रेडिट स्कोर (750 से ऊपर) लोन प्रक्रिया को आसान बनाता है।
भारत में उपलब्ध विभिन्न छात्र ऋण योजनाएं
भारत में छात्र ऋण योजना और स्टूडेंट लोन इंडिया के अधिकृत प्रणाली कई विकल्प प्रदान करते हैं। ये योजनाएं छात्रों को शैक्षिक सपनों को पूरा करने में मदद करती हैं।
विभिन्न योजनाओं की विशेषताएं नीचे सूचीबद्ध हैं:
- मेधावी छात्रों के लिए विशेष छात्र ऋण योजनाएं, जिन्हें NAAC या NBA की मान्यता प्राप्त संस्थाओं में पढ़ने के लिए प्रवेश मिला हो
- कम आय वाले परिवारों के लिए 4% से 3.5% ब्याज दर की विशेषताएं
- विदेशी शिक्षा के लिए अलग-अलग ऋण सीमाएं, जैसे 1.5 करोड़ तक की सीमा कई बैंकों के पास
केंद्रीय योजनाओं में, प्रधान मंत्री विद्या लक्ष्मी कार्यक्रम और “पादो पार्डेश” स्थापित हैं। इनमें:
बैंक | ऋण सीमा (लाख रुपये) | ब्याज दर (%) |
---|---|---|
एसबीआई | 10-30 | 8.15% से 10.15% |
एचडीएफसी | 150 | 9% से 12% |
आईसीआईसीआई | 15-50 | 10.95% से 12.50% |
पीएनबी | 10-20 | 9% से 14% |
इन योजनाओं के माध्यम से, केंद्र सरकार वे छात्र लाभ ले सकते हैं जिनकी पारिवारिक आय 4.5 लाख से कम हो। माध्यमिक अवधि के दौरान, सरकार ब्याज के लिए सहायता भी प्रदान करती है।

ये योजनाएं विशेष रूप से मेडिकल, इंजीनियरिंग और पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्सेज़ के लिए हैं। उदाहरण के लिए, एसबीआई एक्सेलेंट क्रेडिट रेटिंग वाले छात्रों को 8.15% ब्याज दर पर ऋण प्रदान करता है।
विदेश में अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए, 2 करोड़ तक की ऋण सीमा उपलब्ध है। बैंकों की विविध योजनाएं स्नातक और पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्सेज़ के लिए महत्वपूर्ण समाधान प्रदान करती हैं।
सरकारी बैंकों द्वारा प्रदान की जाने वाली छात्र ऋण सुविधाएं
भारतीय सरकारी बैंक छात्रों के लिए विशेष योजनाएं पेश करते हैं। ये योजनाएं वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं। वे निश्चित ब्याज दरों पर उपलब्ध हैं, विशेष छूट प्रदान करती हैं, और लंबी अवधि तक चलने वाली होती हैं।
SBI छात्रऋण योजना
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की योजना में ₹10 लाख (भारत में) और ₹1.5 करोड़ (विदेश में) तक का ऋण उपलब्ध है।
- ब्याज दर: 6.90% से 13.70% तक (बैंक रिपो दर पर आधारित)
- विशेषताएं: महिला छात्रों के लिए 0.5% की छूट और मेडिकल कोर्सों (जैसे MBBS/MS) के लिए अतिरिक्त 0.5% की सहायता
PNB विद्या लक्ष्मी योजना
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की विद्या लक्ष्मी योजना में ब्याज दरें 7.30% से 9.80% तक हैं।
विशेषता | विवरण |
---|---|
अधिकतम ऋण | भारत में ₹10 लाख |
विदेशी ऋण | अधिकतम ₹1.5 करोड़ |
ग्रेस परि�वर्तन | पाठ्यक्रम पूरा होने के 12 महीने बाद |
अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों के विकल्प
अन्य सरकारी बैंकों के छात्रऋण विकल्पों की तुलना की जाए:
बैंक | अधिकतम ऋण (भारत) | ब्याज दर |
---|---|---|
बैंक ऑफ बड़ौदा | ₹125 लाख | 6.75% से 9.85% तक |
केनरा बैंक | ₹20 लाख | 8.40% से 10.05% तक |
बैंक ऑफ इंडिया | ₹20 लाख | 8.95% से 9.75% तक |
ये बैंकों की योजनाएं छात्रों को विद्या प्राप्त करने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं।
निजी बैंकों और वित्तीय संस्थानों के छात्र ऋण विकल्प
निजी बैंकों के छात्र ऋण विकल्प स्टूडेंट लोन इंडिया में विभिन्न विकल्प प्रदान करते हैं। छात्रों को सही चुनाव करने में मदद मिलती है।
एचडीएफसी क्रेडिला छात्र ऋण
एचडीएफसी क्रेडिला छात्रों को मोरेटोरियम अवधि (2 साल) और पूर्ण डिजिटल प्रक्रिया प्रदान करता हैं।
- ब्याज दरों पर मार्जिन कमाईं और फ्लेक्सिबल वापरीकरण विकल्प
- कोई पूर्व-समाप्ति शुल्क नहीं
- अधिकतम ₹25 लाख की सीमा और कॉल्ट्राल जरूरी हो सकता है
आईसीसीआई बैंक छात्र ऋण
आईसीसीआई बैंक की योजनाएं अलग ब्याज दरों और 15 साल की लंबी अवधि के साथ उपलब्ध हैं।
- कोई पूर्व-समाप्ति शुल्क नहीं
- फिक्स्ड ब्याज दरें और डिजिटल अनुवर्ती प्रक्रिया
- अधिकतम ₹1.5 करोड़ की सीमा और मार्जिन-फ्री ऑफरिंग
अन्य वित्तीय संस्थानों की विशेषताएं
अन्य संस्थाएं जैसे एक्सिस बैंक, प्रोडिजी फाइनेंस, और ग्यानधन योजनाएं भी उपलब्ध हैं।
- एक्सिस बैंक: ₹50,000 से शुरू होने वाले ऋण, 50% अंकों की आवश्यकता
- प्रोडिजी फाइनेंस: अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के लिए विशेष योजनाएं
- ग्यानधन: कॉल्ट्राल-फ्री ऋण रूपकरण साइकल
एक्सिस बैंक की योजनाओं के लिए, 10वीं और ग्रेजुएशन में 50% अंकों की आवश्यकता हैं। आवेदकों को के ईसी, बैंक स्टेटमेंट्स, और विद्यालय से डेमांड लेटर की आवश्यकता हैं।
विकल्पों की तुलना करने के लिए छात्र ऋण की जानकारी को ध्यान में रखें।
निजी बैंकों और वित्तीय संस्थानों के छात्र ऋण विकल्प
निजी बैंकों के छात्र ऋण विकल्प स्टूडेंट लोन इंडिया के लिए अत्यंत उपयोगी हैं। ये ऋणों में स्वतंत्र ब्याज दरों, फ्लेक्सिबल अवधि, और विशेष सुविधाएं शामिल हैं। हम आपको कुछ प्रमुख विकल्पों की जानकारी यहाँ प्रदान करते हैं:
एचडीएफसी क्रेडिला छात्र ऋण
एचडीएफसी क्रेडिला की योजना मार्जिन-फ्री ऋण और 10 साल की पूर्णता के बाद भुगतान की अवधि की सुविधा प्रदान करती हैं।
- मोरेटोरियम अवधि: 2 साल तक
- फ्लेक्सिबल पैमेंट विकल्प और 15 साल की अधिकतम अवधि
- कोई पूर्व-समाप्ति शुल्क नहीं
आईसीसीआई बैंक छात्र ऋण
आईसीसीआई बैंक के ऋण 15 साल की अवधि और 0 पूर्व-समाप्ति शुल्क के साथ उपलब्ध हैं।
- अधिकतम ₹1.5 करोड़ की सीमा और पूरी डिजिटल अनुवर्ती
- चयनित संस्थाओं के लिए शून्य मार्जिन और कॉल्ट्राल-फ्री ऑफरिंग
- विद्यार्थियों को ब्याज दरों की तुलना करने के लिए विवरणीय सुविधाएं
अन्य विकल्प: एक्सिस, प्रोडिजी, और ग्यानधन
एक्सिस बैंक शुरूआती ₹50,000 से प्रदान करता हैं, जबकि प्रोडिजी फाइनेंस विद्यार्थियों को अंतर्राष्ट्रीय कोर्सेज़ के लिए समर्थन प्रदान करता हैं।
- एक्सिस बैंक: 50% अंकों की आवश्यकता हैं (10वीं और स्नातक परीक्षा में)
- ग्यानधन योजना: शैक्षिक कॉर्सों के लिए कॉल्ट्राल-फ्री ऋण उपलब्ध हैं
- प्रोडिजी फाइनेंस: कॉस्टलीस ऑफरिंग और अंतर्राष्ट्रीय विद्यालयों के लिए फॉर्म A2 की आवश्यकता
ये विकल्प छात्रों को शैक्षिक लक्ष्यों के लिए विशेष सुविधाएं देते हैं, जैसे कि 50,000 रूपए से शुरू होने वाले ऋण और डिजिटल आवेदन प्रक्रिया।
छात्र ऋण की प्रक्रिया: आवेदन से स्वीकृति तक
छात्र ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया कई चरणों में बंटी है। इसमें आवेदन का पूरा करना, दस्तावेज़ जमा करना और बैंक से स्वीकृति प्राप्त करना शामिल है। हम आपको प्रत्येक चरण के बारे में विस्तार से बताएंगे।
- आवेदन फॉर्म की पूर्ति: बैंक की वेबसाइट या ऑफिस से फॉर्म प्राप्त करें। इसमें व्यक्तिगत विवरण, शिक्षा संस्था के बारे में जानकारी और सह-आवेदक की जानकारी शामिल है।
- दस्तावेज़ का सबमिशन: आवश्यक दस्तावेज़ जैसे प्रवेश पत्र, आईडी कार्ड, शैक्षणिक प्रमाणपत्र और सह-आवेदक की सहमति की जरूरत हो सकती है।
- बैंक की जाँच: बैंक आवेदन की जाँच करेगा। यदि कोई दस्तावेज़ कम है, तो बैंक आवेदक से मांगेगा।
- स्वीकृति और संवितरण: स्वीकृति के बाद, ऋण का संवितरण शिक्षा संस्था के माध्यम से होता है। 2022 में, बजाज फिनसर्व आवेदकों को 3 दिनों में ऋण प्राप्त करने में मदद करता है।
- सह-आवेदक की आवश्यकता 70% मामलों में होती है, इसलिए उनकी सहमति पहले ही प्राप्त करें।
- स्वीकृति के बाद, शैक्षणिक प्रगति की रिपोर्ट भेजना आवश्यक हो सकता है।
बैंक द्वारा छात्र ऋण की प्रक्रिया में, आवेदक को समय के अनुसार दस्तावेज़ भेजने और अपडेट जाँचने की ओर्क्चेस्ट्रेशन करनी चाहिए। 90% कासे में, बैंक 15-30 दिनों में निर्णय लेता है। यदि आपके पास गुणवत्ता दस्तावेज़ हैं, तो संवितरण तेज़ी से होगा।
छात्र ऋण की प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए, समय पर अपने कार्यों की पूर्ति करें। 75% छात्रों को स्कोर 90% से ऊपर के माध्यम से स्वीकृति मिलती है, इसलिए अपने अकादमिक रिकॉर्ड्स को तैयार रखें।
छात्र ऋण ब्याज दर: जानें कैसे होता है गणना
छात्र ऋण की ब्याज दरें आपकी ऋण की कुल लागत को निर्धारित करती हैं। यह जानना महत्वपूर्ण है कि ब्याज कैसे जारी होता है और कौन-कौन से कारक इसे प्रभावित करते हैं।
- सरकारी बैंकों की ब्याज दरें सामान्यतः 8% से 12% के बीच होती हैं।
- ईसबीआई की ब्याज दरें [REPO दर + 3.75%] से शुरू होती हैं, जो विदेशी कोर्सों के लिए ₹3 करोड़ तक की ऋण राशि पर लागू होती हैं।
- पीएनबी की “विद्या लक्ष्मी” योजना में ब्याज दरें सरलीकृत विकल्पों के साथ उपलब्ध हैं।
ब्याज दर पर प्रभाव डालने वाले मुख्य कारक:
- आरबीआई का रेपो रेट (Repo Rate)
- आपका क्रेडिट स्कोर (उच्च स्कोर = कम ब्याज)
- कोर्स का प्रकार (विदेशी कोर्सों के लिए ब्याज दरें अधिक हो सकती हैं)
फ्लोटिंग बनाम फिक्स्ड ब्याज दर:
फ्लोटिंग दरें बाजार स्थिति पर बदलती हैं, जबकि फिक्स्ड दरें निर्धारित रहती हैं। उदाहरणार्थ, ₹4 लाख के ऋण पर 7% साधारण ब्याज की गणना 2 साल के लिए ₹56,000 होगी, जबकि चक्रवृद्धि ब्याज ₹57,960 होगा।
स्टूडेंट लोन के फायदे और नुकसान
स्टूडेंट लोन के फायदे और नुकसान को समझना छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण चर्चा है। यह जानकारी आपको सही निर्णय लेने में मदद करेगी।
- अधिकांश बैंकों द्वारा अधिक लागत की कवर की जाती है, जैसे ट्यूशन फीस और होस्टल खर्च (स्टूडेंट लोन के फायदे)
- आयकर अधिनियम की धारा 80(E के तहत ब्याज पर कर छूट मिलती है।
- क्रेडिट स्कोर बनाए रखने का मौका मिलता है, जो भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।
हालाँकि, इनके साथ नुकसान भी मिलते हैं:
- लंबे समय के लिए ऋण चुकाने के कारण वित्तीय दबाव बढ़ सकता है।
- ब्याज दरों की वृद्धि समय के साथ-साथ हो सकती है, जिससे कुल लागत बढ़ जाती है।
- रिफाइनेंस के बाद कार्यपालन योजनाओं का नुकसान हो सकता है, जैसे राज्याधिकारी क्षमा योजनाएं।
फायदे | नुकसान |
---|---|
कर छूट धारा 80(E के तहत | लंबी चुकाई के कारण वित्तीय दबाव |
कम ब्याज दर (8% से 14% स्तर पर) | कुल लागत में बढ़ोतरी समय के साथ |
अध्ययन के दौरान आंशिक भुगतान की अनुमति | कंसोलिडेशन के बाद कुछ योजनाएं नष्ट हो सकती हैं |
यह विश्लेषण आपको स्टूडेंट लोन के लाभ-लागत संबंध चर्चा करता है। छात्र ऋण की जानकारी लेने के साथ, आपको अपने व्यक्तिगत स्थिति के अनुसार विकल्पों का विकल्प चुनना चाहिए।
स्टूडेंट लोन कैलकुलेटर: अपने EMI और चुकौती का अनुमान लगाएं
छात्र ऋण के लिए योजना बनाने के लिए स्टूडेंट लोन कैलकुलेटर बहुत उपयोगी है। यह आपको EMI और कुल ऋण लागत का अनुमान देता है। इससे आप अपने वित्त को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
- EMI कैलकुलेटर का सही उपयोग
स्टूडेंट लोन कैलकुलेटर का उपयोग विभिन्न बैंकों की वेबसाइट्स से करें। इसमें मूल ऋण राशि, ब्याज दर और अवधि डालें। उदाहरण के लिए, 15-वर्षीय प्रणाली में 10 लाख रुपये का ऋण 10.40% ब्याज दर पर मासिक EMI का अनुमान लगाया जा सकता है। - चुकौती योजना का निर्माण
अध्ययन काल में ब्याज मोराटोरियम सुविधा उपलब्ध होती है। उदाहरण के लिए, HDFC क्रेडिला और ICICI जैसे बैंकों के कार्यक्रम हैं। स्नातक होने के 6-12 महीने बाद चुकौती शुरू होती है। - कुल लागत का अनुमान
एक 15-वर्षीय चुकौती अवधि में, ऋण की कुल लागत 6.60% से 15.20% ब्याज दरों पर बढ़ सकती है। कुछ बैंकों में 24% तक ब्याज दरें हो सकती हैं।
यदि आप ₹12 लाख का ऋण ₹12% ब्याज दर पर लेते हैं, तो 15 साल में EMI ₹12,500 से अधिक हो सकती है।
अपने बैंक के छात्र ऋण की प्रक्रिया को ध्यान से देखें। अधिकांश बैंक 8 साल की ब्याज वैपरीति की अनुमति देते हैं। यह आपके वित्तीय दायित्वों को आसान बनाता है।
छात्र ऋण के लिए आवश्यक दस्तावेज और पात्रता मानदंड
छात्र ऋण योजना के लिए सही दस्तावेजों का संग्रह आवश्यक है। यह आपको छात्र ऋण की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाता है।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सूची निम्नलिखित है:
- पहचान का प्रमाण: आधार कार्ड, पासपोर्ट, राज्य वाहन लाइसेंस
- निवास साबिती: बैल बुलेटिन, बिजली बिल, बैंक स्टेटमेंट
- शैक्षणिक दस्तावेज: 10+2 परीक्षा का परिणाम, डिग्री प्रमाणपत्र, प्रवेश स्कोर
- आय प्रमाण: सह-आवेदक का आयकर रिटर्न (पिछले 2-3 साल), वेतन पर्ची, बैंक स्टेटमेंट
विदेशी अध्ययन के लिए, अतिरिक्त वीज़ा पत्र, विद्यालय का स्वीकृति पत्र और शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण आवश्यक हैं।
कटिगोला | आवश्यकताएं |
---|---|
आयु | 18-35 वर्ष (विशेष योजनाओं में अलग सीमाएं) |
शैक्षणिक योग्यता | प्रवेश परीक्षा स्कोर, डिग्री प्रमाणपत्र |
वित्तीय पात्रता | सह-आवेदक का मासिक आय 15,000 रूपये से अधिक होनी चाहिए |
विदेशी योजनाओं के लिए IELTS/TOEFL स्कोर भी आवश्यक हो सकते हैं। अगर लोन 4 लाख से अधिक है, तो गारंटर की आवश्यकता पड़ सकती है।
अंत में, प्रत्येक बैंक की सूचनाएं ज़रूर पढ़ें। उदाहरण के लिए, SBI और PNB की योजनाएं अलग-अलग हो सकती हैं।
निष्कर्ष: सही छात्र ऋण चुनकर अपने शैक्षिक सपनों को साकार करें
छात्र ऋण शिक्षा के मार्ग में एक महत्वपूर्ण साधन हो सकते हैं। हमारे गाइड से आप जान गए होंगे कि भारत के प्रमुख बैंकों ने विभिन्न स्टूडेंट लोन विकल्प पेश किए हैं। SBI, PNB, HDFC और ICICI जैसे बैंक 125 लाख तक की तकनीकी सहायता प्रदान करते हैं। यह आपको विदेशी अध्ययन करने का मौका देता है।
स्टूडेंट लोन के फायदे जैसे मोरेटोरियम अवधि (6-12 महीने) और 80E के तहत टैक्स डिडक्शन बहुत महत्वपूर्ण हैं। लेकिन, ब्याज दरों की तुलना, चुकौती की शर्तें और गारंटी की आवश्यकता को भी समझना आवश्यक है।
लोन चुनते समय, आपको अपने वित्तीय स्थिति और कॉर्स की लंबाई को ध्यान में रखना चाहिए। बैंकों की वेबसाइट्स पर एमआई कैलकुलेटर का उपयोग करें और अपनी भुगतान क्षमता का अंकन करें।
डिफॉल्ट करने से आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है, इसलिए टाइमलाइन का पालन करना जरूरी है। हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपको सही निर्णय लेने में मदद करेगी। आपके शैक्षिक लक्ष्यों को पूरा करने में सफलता मिलेगी।
FAQ
छात्र ऋण क्या है और यह कैसे काम करता है?
छात्र ऋण एक वित्तीय साधन है जो छात्रों को शिक्षा के लिए धन उधार देता है। यह उन्हें अपनी कमाई शुरू होने पर चुकाने की सुविधा देता है।
छात्र ऋण के आवेदन की प्रक्रिया क्या है?
आवेदन करने के लिए, पहले आवश्यक दस्तावेज इकट्ठा करने होते हैं। फिर आवेदन फॉर्म भरना होता है। बैंक द्वारा मूल्यांकन के बाद, स्वीकृति मिलती है।
छात्र ऋण ब्याज दरें कैसे निर्धारित होती हैं?
ब्याज दरें कई कारकों पर निर्भर करती हैं। इसमें बैंक का रेपो रेट, आपका क्रेडिट स्कोर, और चुना हुआ पाठ्यक्रम शामिल हैं। विभिन्न बैंकों में दरें भिन्न होती हैं।
क्या छात्र ऋण लेने के फायदे हैं?
हां, छात्र ऋण के कई फायदे हैं। इसमें उच्च शिक्षा तक पहुंच, कर लाभ, और क्रेडिट स्कोर का निर्माण शामिल है। यह शिक्षा प्राप्त करने में वित्तीय तनाव को कम करता है।
छात्र ऋण कैलकुलेटर का उपयोग कैसे करें?
कैलकुलेटर का उपयोग करने के लिए, ऋण राशि, ब्याज दर, और चुकौती अवधि दर्ज करें। इससे आपको EMI और कुल चुकौती का अनुमान मिल जाता है।
छात्र ऋण के लिए आवश्यक दस्तावेज कौन से हैं?
आवश्यक दस्तावेजों में पहचान और पते के प्रमाण, शैक्षिक योग्यता, आय प्रमाण पत्र, और प्रवेश संबंधी दस्तावेज शामिल हैं। विभिन्न बैंकों के लिए यह सूची भिन्न हो सकती है।
क्या छात्र ऋण लेने से संबंधित कोई जोखिम हैं?
हां, छात्र ऋण लेने से जोखिम हैं। इसमें दीर्घकालिक ऋण बोझ और ब्याज लागत शामिल हैं। ऋण लेने से पहले सभी पहलुओं का ध्यानपूर्वक मूल्यांकन करना महत्वपूर्ण है।